विमल वसाही मंदिर एक हजार से अधिक वर्षो से इस तपोभूमि का साक्षी रहा है। यह गुजरात के चालुक्य वंश द्वारा स्थापित किया गया था। मूर्ति की ऑखो में असली हीरे लगाये गए है।...
अधिक पढ़ेंयह मंदिर बाहर से देखने में विमल वसाही जैसा दिखता है। इस भव्य मंदिर का निर्माण 1230 में दो पोरवाड भाईयों, वास्तुपाल और तेजपाल ने किया जो गुजरात...
अधिक पढ़ेंइस मंदिर में जैन धर्म के पहले तीर्थकर श्री ऋषभदेवजी की एक भव्य दिव्य एवं विशाल मूर्ति है जो पीतल एवं अन्य धातुओं से बनाई गई है,...
अधिक पढ़ेंयह मंदिर 1582 में बनाया गया एवं 1764 में श्रीरोही कलाकारों द्वारा उपरी दिवारो को चित्रित किया गया। यहॉ जैन धर्म के 24वें तीर्थकर महावीर स्वामी की मूर्ति स्थापित है...
अधिक पढ़ेंइस मंदिर का निर्माण 15वीं शताब्दी के मध्य में संघवी मांडलिक और उनके परिवार द्वारा किया गया। इस मंदिर कि तीन मंजिला भव्य इमारत सभी मंदिरो से बडी है।..
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